उत्तराखण्ड
सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में जिंदा व्यक्ति को मृत बताया, फिर…..
हल्द्वानी। सुशीला तिवारी चिकित्सालय में एक जिंदा व्यक्ति को मृत बताने का मामला सामने आया। अस्पताल में भर्ती एक मरीज का हालचाल जानने जब रिश्तेदार अस्पताल पहुंचे तो चिकित्सा स्टाफ ने उसे मृत बता दिया, जिससे रिश्तेदार गमगीन हो गए। इस बीच भर्ती मरीज का बेटा अस्पतला पहुंचा तो रिश्तेदार सांत्वना जताने लगे। हालांकि बेटे ने बताया कि पिता ठीक है और उन्हें कुछ नहीं हुआ है।लामाचौड़ में रहने वाले एक बुजुर्ग को सांस की दिक्कत होने पर रविवार को उन्हें सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रविवार की रात्रि उनके रिश्तेदार हालचाल पूछने जब अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने स्टाफ से भर्ती मरीज के बारे में जानकारी ली। इस पर स्टाफ नर्स ने बताया कि मरीज की मौत हो गई है, जिस पर वह हक्के बक्के रह गए। इस बीच मरीज का पुत्र भी अस्पताल में दिख गया। रिश्तेदार उससे मिले और शोक जताने लगे। इस पर मरीज के बेटे ने बताया कि उसके पिताजी तो स्वस्थ हैं। स्टाफ नर्स की इस हरकत पर मरीज के रिश्तेदारों ने कड़ी नाराजगी जाहिर की और जमकर खरीखोटी सुनाई।इस घटना से अस्पताल में काफी देर तक गहमा गहमी का माहौल रहा। इधर प्राचार्य डा. अरुण जोशी से बात करने पर उन्होंने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। यदि इस तरह की हरकत चिकित्सा स्टाफ की तरफ से हुई है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी ।