उत्तराखण्ड
गजब: महिला ने शादीशुदा होने की बात छिपाई, बिना तलाक कर ली सगाई, विवाहिता व अन्य सात लोगों के खिलाफ केस।
बरेली निवासी एक महिला ने पहली शादी की बात छिपाते हुए शहर के एक युवक से सगाई कर ली। सगाई और गोद भराई की रस्म होने के बाद युवक के परिजनों को हकीकत का पता चला। पुलिस ने महिला सहित सात परिजनों के खिलाफ केस दर्ज किया है।पक्काखेड़ा निवासी पूर्व जिला कार्यक्रम प्रबंधक एनएचएम नीरज कुमार सक्सेना ने एसएसपी को दिए प्रार्थना पत्र में कहा है कि उसके बेटे मोहित सक्सेना की सुरभि बरतरिया निवासी 176 साउथ सिटी काॅलोनी पराग डेयरी के सामने कररौना बदायूं रोड बरेली के साथ दो जुलाई को शहर के एक होटल में सगाई/गोद भराई की रस्म हुई। सगाई के बाद सुरभि और परिजनों का व्यवहार संदिग्ध होने पर उनको शंका हुई।
जब उन्होंने बरेली जाकर जकाती मोहल्ला में पड़ताल की तो पता चला कि सुरभि शादीशुदा है। सुरभि और उसके पिता सर्वेश बरतरिया ने धोखा देकर जल्दी से शगुन एवं गोद भरोई का आयोजन किया था और रात 12 बजे बरेली चले गए थे। पुलिस ने सुरभि, बहन सिवी बरतरिया, भाई आशुतोष बरतरिया, मां सीमा रानी, पिता सर्वेश बरतरिया, मामा और ताऊ के खिलाफ केस दर्ज किया है।
2015 में हुई थी शादी
बताया कि सुरभि की शादी वर्ष 2015 में शेखर रायजादा निवासी प्रेमनगर बरेली से हो चुकी है और सुरभि ने तलाक नहीं लिया है। यह जानकारी उनसे छिपाई गई थी और उनके बेटे से दूसरी शादी करने की कोशिश की गई। आरोपियों ने एक लाख रुपये उधार भी लिए गए। कहा कि सगाई और गोद भराई की रस्म, सजावट, होटल, टैक्सी, आभूषण, कपड़े, टीका सहित अन्य कार्यों में कुल करीब सात लाख रुपये खर्च हुए हैं। सर्वेश ने होटल में किए गए आयोजन का भुगतान बैंक बंद होने की बात कहकर उसने करवा लिया था।
आरोप: झूठे केस में फंसाने की धमकी
सुरभि के पहले से विवाहित होने की जानकारी के बाद पूरा परिवार मानसिक तनाव में आ गया है। आरोप है कि जब उन्होंने सुरभि और परिवारवालों से बात की तो झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। उन्होंने सुरभि से आभूषण सहित सारा सामान, व्यय की गई धनराशि वापस दिलाने की मांग करने के साथ ही परिवार से जान माल का खतरा बताया गया