जनपद में गौशालाओं के निर्माण से आवारा व निराश्रित पशुओं से शीघ्र निजात मिलेगी।
नगर निगम सभागार में जिलाधिकारी वंदना की अध्यक्षता मंे शनिवार को जनपद में गठित जिला स्तरीय गौशाला समिति की समीक्षा में विकास खण्ड स्तर पर गौशाला निर्माण हेतु भूमि चयन के साथ ही गोवंश को बेहतर आश्रय देने एवं गौशालाओं के संचालन हेतु दिशा निर्देश दिये।
बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 डीसी जोशी ने बताया कि जनपद मे 4 गौशालाओं का निर्माण होना है तथा 2 गौशालायें अपग्रेड होनी है। भवाली में 2.3 करोड की लागत से 250 पशुओं हेतु भूमि का चयन कर लिया गया है, रामनगर में 1.46 करोड की लागत से 150 पशुओं हेतु भी भूमि चयन की प्रक्रिया हो चुकी है साथ ही मालधन आनन्दपुर में 5.67 करोड की लागत से 500 पशुओं हेतु भूमि चयन पूर्ण कर डीपीआर की कार्यवाही गतिमान है तथा गंगापुर कब्डवाल में लगभग 2000 पशुओं हेतु गौशाला के भूमि हस्तांतरण का कार्य भी प्रगति पर है। उन्होने बताया कि हल्दूचौड गौशाला एवं बैलपडाव गौशालों का अपग्रेडेशन हेतु डीपीआर की प्रक्रिया भी अन्तिम चरण में है।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिन स्थानों पर गौशालाओं के भूमि का चयन कर लिया गया है, संचालन हेतु ब्लॉक स्तरीय समिति की रिपोर्ट शीघ्र प्रेषित करें ताकि धनराशि आवंटित की जा सके। उन्होंने कहा गौशालाओं को संचालन हेतु लोगों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं को प्रमोट करें। उन्होंने कहा गौशालाओं हेतु उन क्षेत्रो की भूमि का चयन किया जाए जहां पर पशुओं हेतु चारा व पानी सरलता से उपलब्ध हो सके। उन्होंने समीक्षा के दौरान कहा कि गौशालाओं का संचालन करने वाली संस्था आदि को गौशालाओं के संचालन का अनुभव अवश्य हो। जिलाधिकारी ने पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये गौशालाओं का रोस्टर के अनुसार नियमित चैकिंग करें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अशोक कुमार पाण्डे, नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, उपजिलाधिकारी विपिन चन्द्र पंत,केएन गोस्वामी,राहुल शाह,रेखा कोहली, अधिशासी अधिकारी पूजा आर्या,विजय बिष्ट, महेन्द्र कुमार, राहुल के सिंह,संजय के साथ ही नगर पालिका नगर निगम के अधिकारी उपस्थित थे।