उत्तराखण्ड
हल्द्वानी :- निर्मला चौहान की मेहनत रंग लाई, ब्यूटी पार्लर बना आजीविका का मजबूत आधार।
ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना (रीप) के सहयोग से हल्द्वानी विकासखंड की निर्मला चौहान ने अपने ब्यूटी पार्लर व्यवसाय को नई ऊंचाइयों पर पहुँचाया है। 2006 में एक प्लास्टिक की कुर्सी से शुरू हुआ उनका उद्यम अब आधुनिक सुविधाओं से लैस होकर सफलता एवं आर्थिक सशक्तिकरण की मिसाल बन गया है।
निर्मला चौहान, कल्याणी स्वयं सहायता समूह की सदस्य हैं और हिमालय स्वायत्त सहकारिता, फतेहपुर के क्लस्टर के अंतर्गत आती हैं। निर्मला जी ने अपने पार्लर की शुरुआत मामूली आय से की थी, लेकिन रीप परियोजना की व्यक्तिगत उद्यम गतिविधि के अंतर्गत उन्हें ₹22,500 की सहायता राशि दी गई और ₹25,000 का बैंक ऋण ऋण भी दिलवाया गया। जिससे उन्होंने अपने पार्लर को आधुनिक उपकरणों और सुविधाओं से सुसज्जित किया। इस आर्थिक सहयोग और प्रशिक्षण के बल पर उन्होंने अपने ब्यूटी पार्लर को एक कमरे से बढ़ाकर दो कमरों में विस्तारित किया, जिसमें आधुनिक कुर्सियाँ और हेयर केमिकल वर्क मशीन शामिल हैं। इसके अलावा, उन्होंने फोटो सेक्शन भी बनाया और कॉस्मेटिक का सामान बेचना शुरू किया।
रीप परियोजना के सहयोग उपरांत श्रीमती चैहान की मासिक आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। पहले जहाँ उनकी आय ₹5,000 से ₹15,000 तक सीमित थी, अब ऑफ सीजन में यह ₹20,000 से ₹30,000 और ऑन सीजन में ₹70,000 से ₹80,000 तक पहुँच गई है।
आज, निर्मला चौहान का ब्यूटी पार्लर पनियाली और आसपास के क्षेत्रों में एक प्रमुख आकर्षण बन चुका है, जिससे उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति में अभूतपूर्व सुधार आया है। रीप परियोजना के सहयोग और अपने समर्पण के बल पर निर्मला चौहान ने न केवल अपने उद्यम को सफल बनाया है, बल्कि अपनी आजीविका में भी सुधार किया है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना को दिया और आभार व्यक्त किया। श्रीमती निर्मला चौहान का कहना है कि रीप परियोजना की सहायता से उन्होंने न सिर्फ अपने उद्यम को नई दिशा दी है, बल्कि अपने परिवार की आजीविका को भी स्थिरता दी है।