उत्तराखण्ड
जनपद में भारी बारिश,अलर्ट मोड पर जिला प्रशासन , गौला नदी का जलस्तर 14 हजार क्यूसेक पहुंचा
जनपद में लगातार हो रही वर्षा को देखते हुए जिलाधिकारी द्वारा लगातार विभागीय अधिकारियों से जानकारी लेते हुए आवश्यक निर्देश अधिकारियों को दिए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने सभी विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों, पुलिस बल व क्षेत्र में तैनात सभी फील्ड कार्मिकों को पूर्ण सतर्कता बरतते हुए अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए गए हैं।
जनपद में लगातार हो रही वर्षा को देखते हुए सभी अधिकारी अलर्ट मोड़ पर रहने को कहा है। इसके साथ ही उपजिलाधिकारी तथा तहसीलदार अपने अपने क्षेत्रों में बंद सड़कों एवं जलभराव वाले स्थानों का निरीक्षण करेंगे और विभागों से समन्वय कर तात्कालिक राहत के बचाव के उपाय करवाएंगे।
जिलाधिकारी ने तहसील स्तर पर भी उपजिलाधिकारियों तहसीलदारों, खण्ड विकास अधिकारियों को भी अपने अपने क्षेत्रों में वर्षा से हो रहे नुकसान व घटनाओं से संबंधित जानकारी त्वरित उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात राजस्व उप निरीक्षक, ग्राम विकास व ग्राम पंचायत अधिकारियों आदि को भी निर्देश दिए हैं कि वह अपने क्षेत्र में उपस्थित रहकर अलर्ट रहें तथा किसी भी प्रकार की प्राकृतिक घटना घटित होने पर तत्काल आपदा कंट्रोल रूम को सूचित करते हुए राहत एवं बचाव आदि के कार्य करें। साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग जो समय समय पर विभिन्न स्थानों में बाधित व बन्द हो रहा है, उसे तत्काल सुचारू करने के निर्देश एन एच के अधिकारियों को दिए हैं। साथ ही उन्होंने अन्य सड़क निर्माण एजेंसियों को भी सड़क मार्ग बंद होने पर उसे तत्काल सुचारू के निर्देश दिए हैं,उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की घटना होने पर रिस्पांस टाइम कम रखते हुए त्वरित कार्यवाही की जाय। साथ ही बिजली और पानी वाले विभागों के अधिकारी किसी भी सूचना पर तत्काल सक्षम अधिकारी को मौके पर भेजेंगे।
इसी क्रम में उपजिलाधिकारी रामनगर ने धनगड़ी नाले का निरीक्षण किया। अत्यधिक वर्षा के कारण यातायात बाधित था किन्तु अब वर्तमान में यातायात सामान्य है। अन्य नालो में भी पानी का स्तर सामान्य है।
उपजिलाधिकारी हल्द्वानी द्वारा रकसिया और कलसिया नाले क्षेत्र का निरीक्षण किया, ईई पीडब्ल्यूडी हल्द्वानी द्वारा सुखी नदी क्षेत्र का निरीक्षण किया गया एवम् सभी तहसीलदारों ने अपने अपने तहसील क्षेत्रांतर्गत बंद सड़कों का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया गया ।
जिला आपदा कंट्रोल रूम से प्राप्त सूचना के अनुसार गोला का जलस्तर 14000 क्यूसेके होते ही अलर्ट जारी कर दिया गया है।