उत्तराखण्ड
सितारगंज में हैंडपंप, स्ट्रीट लाइट और सीसी रोड निर्माण में घोटाला, सीडीओ ने एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के दिये निर्देश
सितारगंज के ग्राम पंचायत अरविंद नगर में हैंड पंप, स्ट्रीट लाइट, बैंच, नाली व सीसी रोड निर्माण में हुए घोटाले पर सीडीओ ने जांच कमेटी बैठा दी है। जांच कमेटी से सीडीओ ने एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
सितारगंज के अरविंद नगर गांव के शिकायतकर्ता निखिलेश घरामी ने गांव में जनवरी 2020 से लेकर अगस्त 2021 तक कराए गए निर्माण कार्यों के घोटाले के संबंध में जिला प्रशासन से शिकायत की है। आरोप है कि ग्राम पंचायतों की ओर से 61 हैंडपंप लगाने में न तो फर्मों का रजिस्ट्रेशन किया गया और न ही बैंक गारंटी ली गई। कहा की 2.5 किलो का पीवीसी पाइप लगाने के बावजूद जेई की ओर से छह किलो पाइप का फर्जी एमबी बनाया गया है। कहा कि ग्राम पंचायत में लगे सभी हैंडपंप पाम मैथड से लगाए गए हैं, जबकि एमबी में फर्जी प्रेशर मैथड दिखाकर प्रति जॉब करीब 6500 रुपये की हेराफेरी की गई है।
ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी और जेई की ओर से 61 हैंडपंप के हिसाब से इसमें तीन लाख 96 हजार रुपये की बंदरबांट की गई है। वास्तविक गहराई और एमबी की गहराई में सबसे ज्यादा हेराफेरी हुई है।
फर्जी बिलों के जरिए स्ट्रीट लाइट के निकाले गए रुपये
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि 200 किलोमीटर दूर अल्मोड़ा की एक फर्म से 50 प्रतिशत अधिक दामों में स्ट्रीट लाइट खरीदी गई हैं। यूएस नगर में कई फर्म इससे कम दाम में स्ट्रीट लाइट दे सकती थीं। बताया कि ग्राम पंचायत कल्याणपुर के टैक्स इनवाइस को काटकर गलत पते के साथ ग्राम पंचायत का नाम लिखा गया है। इससे बिलों के इनकम टैक्स ऑफिस से करीब एक लाख मूल्य की कर चोरी की भी जांच होनी चाहिए।
सितारगंज के अरविंदनगर में दो वर्ष पहले हुए निर्माण कार्यों के घोटाले की शिकायत पर तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी गई है। जांच समिति से एक सप्ताह में जांच आख्या मांगी गई है, घोटाले की पुष्टि होने पर कार्यवाही की जाएगी।