उत्तराखण्ड
महिलाओं की मौत के बाद आदमखोर तेंदुए को मारने की मांग।
भीमताल ब्लॉक की ग्राम पंचायत पिनरों के तोक डोब गांव में तेंदुए के हमले से महिलाओं की मौत को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा भड़क उठा। रविवार को डोब गांव में तेंदुए के हमले में मृत पुष्पा देवी के घर पहुंचे डीएफओ चंद्रशेखर जोशी को ग्रामीणों ने घेर लिया। उन्हें ग्रामीणों के साथ ही विधायक राम सिंह कैड़ा के विरोध का सामना करना पड़ा। विधायक ने महिलाओं की मौत के बाद भी तेंदुए को आदमखोर घोषित और मारने के आदेश जारी नहीं होेने पर डीएफओ के समक्ष कड़ी नाराजगी जाहिर की।विधायक ने ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए चीफ कंजरवेटर और वन मंत्री सुबोध उनियाल को फोन कर तेंदुए को आदमखोर घोषित करने के साथ मारने के आदेश जारी करने की अपील की। ग्रामीणों ने डीएफओ को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक तेंदुए को आदमखोर और मारने के आदेश जारी नहीं होंगे तब तक महिला का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। बाद में ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए डीएफओ ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि जब तक तेंदुए को आदमखोर घोषित करने और मारने के आदेश जारी नहीं होते तब तक वह अपनी टीम के साथ गांव में ही रहेंगे। डीएफओ के गांव में रहने के आश्वासन पर विधायक के ग्रामीणों को समझाने के बाद महिला का दोपहर तीन बजे बाद घर के पास स्थित घाट में अंतिम संस्कार किया गया।