उत्तराखण्ड
त्रिस्तरीय पंचायतों में प्रशासकों का कार्यकाल अब आगे नहीं बढ़ाया जाएगा

प्रदेश की त्रिस्तरीय पंचायतों में प्रशासकों का कार्यकाल अब आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। सहकारिता सचिव चंद्रेश कुमार ने बताया कि विभाग पंचायत चुनावों के लिए पूरी तरह से तैयार है। राज्य निर्वाचन आयोग के साथ भी इस संबंध में चर्चा हो चुकी है। हालांकिए चुनाव की तिथि अभी तय नहीं हुई हैए लेकिन अगले महीने के भीतर पंचायत चुनाव कराए जाने की संभावना है।
प्रशासकों का कार्यकाल जल्द समाप्त
प्रदेश में 7832 ग्राम पंचायतेंए 3162 क्षेत्र पंचायतें और 385 जिला पंचायतें हैं।
पंचायतों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद शासन ने ग्राम पंचायतोंए क्षेत्र पंचायत प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष के पदों पर प्रशासक नियुक्त किए थे।
निवर्तमान पंचायत प्रतिनिधियों को ही प्रशासक बनाया गया था।
जिला पंचायत अध्यक्षों का कार्यकाल 1 जून को और ग्राम प्रधानों का कार्यकाल 10 जून को समाप्त हो रहा है।
चुनाव की तैयारियां पूरी
विभागीय अधिकारियों के अनुसारए पंचायतों के परिसीमन के बाद आरक्षण व्यवस्था और अन्य सभी चुनावी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। अब केवल अधिसूचना जारी होना बाकी हैए जिसके बाद चुनावी प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
हरिद्वार को छोड़कर अन्य जिलों में होंगे चुनाव
प्रदेश के सभी जिलों में पंचायत चुनाव कराए जाएंगेए हरिद्वार को छोड़कर। चुनाव आयोग जल्द ही इस संबंध में घोषणा कर सकता है। अब प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायतों को जनता के चुने हुए प्रतिनिधि मिलेंगे और प्रशासकों का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा।
