उत्तराखण्ड
उत्तराखंड :- दादा की मौत के बाद भी नहीं छोड़ी युवक ने परीक्षा।
विपरीत परिस्थिति होने के बावजूद मुजाहिदपुर मजबता निवासी छात्र पवन कुमार ने परीक्षा नहीं छोड़ी। गांव में दादा की अर्थी उठ रही थी और पौत्र कॉलेज में परीक्षा दे रहा था। जरा-जरा सी परेशानी में हार मान लेने वाले युवाओं के लिए पवन की हिम्मत से सीख लेनी चाहिएI मंगलवार को हरिओम सरस्वती पीजी कॉलेज धनौरी में बीएससी प्रथम सेमेस्टर के छात्रों का फिजिक्स का पेपर था। मुजाहिदपुर मजबता गांव निवासी पवन कुमार भी बीएससी प्रथम सेमेस्टर के छात्र हैं। पवन ने बताया कि सोमवार रात करीब 11ः30 बजे उसके दादा सिंगारू की मृत्यु हो गई। उस समय अंतिम संस्कार नहीं किया जा सकता था। अंतिम संस्कार मंगलवार सुबह होना था और सुबह 9 बजे से उसकी परीक्षा भी थी। Iपवन ने बताया कि एकबारगी तो उसे लगा ऐसे हालात में पेपर कैसे हो पाएगा, लेकिन उसके परिवार ने हौसला बढ़ाया। सुबह दादा को अंतिम नमन करने के बाद पवन सीधा कॉलेज आया और उसने परीक्षा दी। कहा कि उसका पेपर अच्छा होना ही उनकी दादा को सच्ची श्रद्धांजलि है।
प्राचार्य डॉ. आदित्य गौतम ने बताया कि पवन पहले थोड़ा अशांत था, लेकिन काउंसलिंग के बाद उसने शांत मन से परीक्षा दी।