उत्तराखण्ड
उत्तराखंड :- बाघिन के सैंपल लिए गए, डब्ल्यूआईआई में होगी जांच।
भीमताल के जंगलिया गांव में पकड़ी गई बाघिन के सैंपल की डीएनए जांच के लिए वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट (डब्ल्यूआईआई) आफ इंडिया को भेजा गया है। साथ ही संस्थान से जल्द रिपोर्ट देने का अनुरोध किया गया है।जंगलात ने पकड़ी गई बाघिन को रानीबाग रेस्क्यू सेंटर में रखा है। यहां पहुंची टीम ने बाघिन के खून, बाल समेत अन्य सैंपल लेकर गई है। इसके बाद वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट आफ इंडिया में भीमताल में हमले की घटनाओं के समय मिले सैंपल से मिलान किया जाएगा। इसके बाद स्थिति और साफ होने की उम्मीद है। वन विभाग के माने रेस्क्यू की गई बाघिन पूरी तरह स्वस्थ हैं। उसमें किसी तरह के चोट या घाव न होने का दावा किया जा रहा है। बाघिन की देखभाल को लेकर जंगलात की टीम लगी है, यहां पर दो पशु चिकित्सक समेत अन्य टीम तैनात की गई है। डीएफओ चंद्रशेखर जोशी का कहना है कि संस्थान को जल्द रिपोर्ट देने को कहा गया है। इसके साथ ही भीमताल क्षेत्र में पहले की तरह ही सुरक्षा को रखा गया है। पहले की तरह ही कैमरा ट्रैप, पिंजरे आदि लगे हैं। एक भी वन कर्मी को नहींं हटाया गया है। दक्षिण वृत्त वन संरक्षक टीआर बीजूलाल ने बताया कि वृत्त में कर्मियों की छुट्टी पर रोक है। बेहद अपरिहार्य स्थिति में अवकाश दिया जा रहा है।। तीसरी घटना की रिपोर्ट का इंतजार
नरभक्षी के हमले में तीन लोगों की मौत हुई थी। इसमें दो घटनाओं के बाद वन विभाग की टीम ने वन्यजीव के मिले सैंपल लेकर जांच को भेजा था उसमें बाघ की पुष्टि हुई थी। तीसरी घटना अलचौना में हुई थी। यहां से भी वन्यजीव सैंपल को जांच के लिए भेजा गया था। पर अभी तक उसकी रिपोर्ट नहीं आयी है।